नज़रुद्दीन उर्फ कल्लू की काली नज़र लगने से पहले ही आगरा पुलिस ने दबोचा

News360Now | बड़ी खबर | 68

गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू, पुत्र सलाउद्दीन के रूप में हुई है। वह मूल रूप से ढोलीखार, मंटोला का निवासी है, और वर्तमान में शाहगंज क्षेत्र के कोल्हाई इलाके में परिवार के साथ रहता है। 

शुक्रवार सुबह आगरा की फिजा को जहरीली करने की कोशिश उस वक्त नाकाम हो गई जब नफ़रत फैलाने निकला नज़रुद्दीन उर्फ कल्लू, पुलिस की रडार में आ गया। मंटोला थाना क्षेत्र की ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद में मिली आपत्तिजनक वस्तु (जानवर का कटा सर) ने शहर को झकझोर दिया था, लेकिन आगरा पुलिस की फुर्ती और सतर्कता ने महज़ 5 घंटे में आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। उसका मकसद शहर की शांति में ज़हर घोलना था। 

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू, पुत्र सलाउद्दीन के रूप में हुई है। वह मूल रूप से ढोलीखार, मंटोला का निवासी है, और वर्तमान में शाहगंज क्षेत्र के कोल्हाई इलाके में परिवार के साथ रहता है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी का उद्देश्य स्थानीय शांति व्यवस्था को भंग करना और सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था।

आगरा पुलिस की चुस्त कार्रवाई: 5 घंटे में गिरफ्तारी
घटना की जानकारी सुबह लगभग 7 बजे पुलिस को प्राप्त हुई, जिसके बाद डीसीपी सिटी सोनम कुमार के निर्देशन में विशेष टीमें गठित की गईं। मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीदों की गवाही और इलाके के दुकानदारों से पूछताछ के आधार पर महत्वपूर्ण सुराग जुटाए, जिससे कुछ ही घंटों में आरोपी की पहचान हो सकी। डीसीपी सोनम कुमार ने बताया: “यह प्रयास शहर के सौहार्द को बिगाड़ने की नीयत से किया गया प्रतीत होता है। आरोपी को चिन्हित कर गिरफ्तार किया गया है और उसे जेल भेजा जा रहा है।” 

मस्जिद परिसर और क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद से ही शाही जामा मस्जिद के आसपास का क्षेत्र हाई अलर्ट पर है। विशेष रूप से जुमे की नमाज़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं। स्थानीय मस्जिद कमेटी और प्रशासन ने मिलकर लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है। इसके अतिरिक्त, सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की ग़लत जानकारी या अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी जारी की गई है।