विश्वविद्यालय को जल्द से जल्द हैण्डओवर लेते हुए कक्षाएं संचालित की जाएं - मा0 राज्यपाल

Dr. Bhishm Vrat Yadav | राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी | 140

मा0 राज्यपाल उत्तर प्रदेश शासन ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आरएमपीएसयू का निरीक्षण कर समीक्षा बैठक की

 

उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में सम्मिलित राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का मा0 राज्यपाल उत्तर प्रदेश शासन श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा गुरुवार को निरीक्षण कर विश्वविद्यालय परिसर में मौलश्री का पौधा भी रोपित किया। राज्यपाल द्वारा विश्वविद्यालय में मण्डलायुक्त चैत्रा वी., उप कुलपति डा0 चन्द्रशेखर, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राना और प्रशासनिक व निर्माणकारी संस्था के अधिकारियों, इंजीनियर्स के साथ बैठक भी की गई। उपकुलपति एवं सीडीओ ने  राज्यपाल को पुष्प गुच्छ भेंट किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेहतर कार्य के लिए आवश्यक है कि समय प्रबंधन करते हुए टीम भावना के साथ कार्य किया जाए। प्रत्येक कार्य में किसी न किसी की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए और कार्याेपरांत टीम गठित कर कार्य की प्रगति को जांचा भी जाए। राज्यपाल ने उपकुलपति डा0 चन्द्रशेखर को निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय लगभग बनकर तैयार है, विधिवत रूप से कक्षाओं को संचालित किया जा सकता है। छात्रावास भी पूर्ण रूप से बनकर तैयार है, ऐसे में बिना किसी देरी के विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों को हैण्डओवर लेते हुए संचालित किया जाए। 
राज्यपाल ने नवनिर्मित राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के सम्पूर्ण परिसर का भ्रमण व निरीक्षण किया और प्रशासनिक एवं तकनीकी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिशासी अभियंता भवन निर्माण ए0के0 राही को निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय में छोटी-मोटी कमियों को जल्द से जल्द पूरा कराएं ताकि शैक्षणिक कार्य में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। एक्सईएन ए0के0 राही ने मा0 राज्यपाल को उत्तर प्रदेश शासन को आश्वस्त किया कि 31 अगस्त तक राज्य विश्वविद्यालय के सभी निर्माण कार्यों को पूरा करा दिया जाएगा। 
उपकुलपति डा0 चंद्रशेखर ने बताया कि इसमें एकेडमिक एवं एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, ब्यायज एवं गर्ल्स हॉस्टल, फैसेलिटी सेंटर समेत आवासीय भवन बनकर तैयार हो चुके हैं। एकेडमिक ब्लॉक, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक एवं लाइब्रेरी में काम अंतिम चरण में है। सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है। जिस पर मा0 राज्यपाल ने अब तक हुए निर्माण कार्य पर संतोष प्रकट करते हुए उपकुलपति राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के निर्मित भवन हैण्डओवर लेते हुए सत्र आरम्भ करने को कहा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का पूरा कैम्पस लगभग बनकर तैयार है। एकेडमिक एवं एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, हॉस्टल, फैसेलिटी सेंटर, विभिन्न प्रकार के आवास जो बनकर तैयार हैं इन्हें हैंडओवर ले शैक्षणिक कार्य आरम्भ किया जाए, ताकि परिसर की एकाकी दूर कर परिसर को गुलजार किया जा सके। बैठक के दौरान उन्होंने डीएफओ को निर्देशित किया कि परिसर में चारो ओर हरियाली विकसित की जाए, उन्होंने वन विभाग के प्रति असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि यदि समय से पौधे लगाए गए होते तो अब तक वह दो वर्ष के हो गए होते। 
वीसी डा0 चन्द्रशेखर ने बताया कि विगत वर्ष 59 महाविद्यालयों को सम्बद्ध किया गया था, चालू वित्तीय वर्ष में यह कार्य 31 जुलाई तक पूर्ण किया जाना है। विगत वर्ष से 22 परास्नातक पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक कार्य आरम्भ है, इस वर्ष 04 नए परास्नातक पाठ्यक्रम भी आरम्भ किए गये हैं। शोध प्रवेश परीक्षा सम्पन्न हो चुकी हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल सुधीर महादेव बोबड़े, उपकुलपति डा0 चन्द्रशेखर, मण्डलायुक्त चैत्रा वी.सीडीओ आकांक्षा राना,मुख्य अभियंता लोनिवि सुरेन्द्र सिंह, मुख्य अभियंता लोनिवि सड़क सौरभ बैराठी, रजिस्ट्रार अजय कृष्ण यादव, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक बी0 प्रभाकर, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी रजनीकांत मित्तल, एडीएम प्रशासन पंकज कुमार, एसडीएम कोल दिग्विजयसिंह, अधिशासी अभियंता भवन निर्माण ए0के0 राही, वित्त अधिकारी शिवनाथ, आरएचईओ डॉ राजेश प्रकाश, सव्य साची और पल्लवी सैन आर्किटेक्ट, पुनीत डांगी सीनियर आर्किटेक्ट, विवेक कुमार रावत कंसल्टेंट, कॉन्ट्रेक्टर पमवीर परमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।