आईआईएमटी कॉलेज अलीगढ़ में एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

News360Now | अलीगढ़ | 178

"नई शिक्षा नीति 2020 के युग में अनुसंधान पद्धति" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न, मुख्य अतिथि  राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ के कुलपति प्रो चंद्र शेखर रहे

आज आईआईएमटी कॉलेज अलीगढ़ में एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन विषय - "नई शिक्षा नीति 2020 के युग में अनुसंधान पद्धति" पर किया गया जिसकी शुरूआत राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो चंद्र शेखर, प्रो आरती श्रीवास्तव (NIEPA) और प्रो यशपाल सिंह, प्रो डोरीलाल और संस्थान के चेयरमैन इं पंकज महलवार और संस्थान के प्राचार्य डॉ शंभू के एन सिंह रावत द्वारा दीप प्रज्ज्वलित की गई। कुलपति प्रो चंद्र शेखर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि शोध के विषय इस प्रकार के हो समाज के मूलभूत ढांचे को प्रभावित करें, साथ ही कहा आवश्यक नहीं कि शोध किसी विशेष विषय के ही हो, समाज की किसी सामान्य समस्या पर भी शोध किया जा सकता है l डा गौरांग महलवार ने ऑनलाइन कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि शोध का प्रथम चरण है जिज्ञासा और अंतिम चरण है जिज्ञासा का समाधान l 
कार्यशाला के प्रथम सत्र की मुख्य वक्ता  प्रो आरती श्रीवास्तव ने शोध की चुनौतियों और उनके समाधान तथा अनुसंधान के लिए कहा उचित समस्या का होना तथा शोधार्थी में जिज्ञासा का होना आवश्यक है। प्रथम सत्र के अध्यक्ष डॉ ए के तोमर (पूर्व प्राचार्य धर्म समाज कॉलेज अलीगढ़) रहे। दूसरे सत्र में मुख्य वक्ता प्रो यशपाल सिंह रूहेलखंड विश्विद्यालय बरेली ने कहा कि वैदिक कालीन अनुसंधान पद्धति को वर्तमान अनुसंधान पद्धति से जोड़ा जाए एवं शोध के लिए शोधार्थी में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का होना बहुत आवश्यक है। इसकी अध्यक्ष प्रो मृदुला सिंह (पूर्व प्रो धर्म समाज कॉलेज अलीगढ़) रहीं।
तृतीय सत्र में प्रो डोरी लाल जामिया मिल्लिया विश्वविध्यालय दिल्ली ने बताया कि शोधार्थी को स्वयं से भी शोध उपकरण बनाने का प्रयास करना चाहिए न कि सिर्फ स्टैंडर्ड उपकरण प्रयोग करके शोध करना चाहिए। इसके अध्यक्ष प्रो वी पी पांडे (पूर्व विभागाध्यक्ष वार्ष्णेय कॉलेज अलीगढ़) रहे।धन्यवाद ज्ञापित शिक्षक शिक्षा विभाग की विभागध्यक्षा डा अंजू सक्सैना ने किया l

इस अवसर पर प्रो डी के अस्थाना, डॉ सरवत उस्मानी, डॉ अजिता सिंह, डॉ सुनील चौहान, डॉ भीष्म व्रत यादव, डॉ मधु चाहर, डॉ सुमन लता गौतम, डॉ दीपशिखा, डॉ ऋचा सिंह, कृष्ण कुमार गिरि, सचिन शर्मा एवं छात्र छात्राएं आदि मौजूद रहे।