डॉक्टर कर रहे कमीशन खोरी,सात हजार की दवा पर डाक्टर का कमीशन 59 सौ रूपए

Dr. Bhishm Vrat Yadav | अलीगढ़ | 90

दुनिया में भगवान के बाद सबसे बड़ा दर्जा डॉक्टर का है आज डॉक्टर के भेष में भगवान नहीं कसाई पैदा हो रहे हैं, डाक्टर खुद का ही चला रहे मेडिकल स्टोर, कमीशन के लिए किसी भी हद तक गिर सकते है 

सात हजार की दवा पर डाक्टर का कमीशन 59 सौ राजकीय मेडिकल कालेज में एक डाक्टर मरीजों को निजी तौर पर देख रहा है। डाक्टर एक मरीज को कम से कम सात हजार रुपये प्रतिदिन की दवा लिख रहा है। दवा भी वह सेट मेडिकल स्टोर से खरीदने को कहता है। वही दवा दूसरे मेडिकल स्टोरों पर 11 सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिल रही है। कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवेश सिंह ने बताया डा. अनिल राज के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है।
तिलहर के गांव महमदपुर निवासी रजनीश कुमार ने बताया कि पिता रीतराम बीमार हैं। 15 दिन पूर्व पिता को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। एक डाक्टर ने मेडिकल स्टोर से दवा लाने को कहा। डाक्टर के कहने पर प्रतिदिन मेडिकल स्टोर से दवा लाता रहा, जिसकी कीमत प्रतिदिन सात हजार रुपया होती थी। 10 मई को रिश्तेदार संतराम पिता को देखने आए। तब उनके साथ दूसरे मेडिकल स्टोर से रैपर दिखाकर दवा खरीदी। वहां वही दवा 11 सौ रुपये की मिली। जानकारी होने पर डाक्टर तीमारदार पर नाराज हो गया। मरीज को ले जाने के लिए कहा। खुशामद की, लेकिन नहीं माने। गालियां दीं। जबरदस्ती मरीज को बेड से उतार दिया। जानकारी करने पर पता चला कि मेडिकल स्टोर उन्हीं डाक्टर का है, जहां एक दिन की दवा सात हजार रुपये की मिलती है। रजनीश ने बताया कि उनके पिता जमीन पर लेटे हुए हैं अगर दुनिया में भगवान के बाद अगर इंसान दूसरा भगवान किसी को मानता है तो वह डॉक्टर को ही दूसरा भगवान मानते हैं आज डॉक्टर के भेष में भगवान नहीं कसाई पैदा हो रहे हैं जो अपने कमीशन के लिए किस हद तक गिर जाए कुछ नहीं कहा जा सकता।