गुरुवार को जब करणी सेना रामजीलाल सुमन के घर हंगामा काट रही थी, वही आगरा में आज ही सीएम योगी आदित्यनाथ 635 करोड़ की 128 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करने आये थे। इस दौरान उन्होंने सुशासन प्रदर्शनी का अवलोकन किया, 400 छात्रों को टैबलेट वितरित किए और दरियानाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर धर्मसभा को संबोधित किया।
राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन के घर गुरुवार को करणी सेना के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर तैनात पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति बिगड़ गई। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बाद भगदड़ मच गई और करणी सेना के सदस्य पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। इस झड़प में एक इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
करणी सेना ने किया प्रदर्शन
करनी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद रामजीलाल सुमन के आवास का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की। जब वे आवास के मुख्य द्वार से अंदर प्रवेश करने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस पर प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस ने लाठियां भांजकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहां रखीं कुर्सियां तोड़ दीं और एसयूवी सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ की।
पुलिस ने लिया एक्शन
पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और कई करणी सेना कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। जानकारी के अनुसार, करणी सेना के सदस्य सुबह से ही सांसद के आवास के घेराव की तैयारी कर रहे थे। एतमादपुर में कार्यकर्ताओं का एक समूह एकत्रित हुआ था, जिसे पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन वे किसी तरह सांसद के हरिपर्वत स्थित आवास तक पहुंच गए।
क्या बोले थे रामजीलाल सुमन?
गौरतलब है कि राज्यसभा में दिए अपने बयान में सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा था, "अगर मुसलमानों को बाबर का वंशज कहा जाता है, तो हिंदुओं को गद्दार राणा सांगा का वंशज होना चाहिए। हम बाबर की आलोचना करते हैं, लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते?" सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सुमन के इस बयान का समर्थन किया, जिससे विवाद और गहरा गया। सुमन ने यह भी कहा था कि बाबर को भारत लाने वाले स्वयं राणा सांगा ही थे, जिन्होंने उसे इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था।
इस बयान के बाद करणी सेना और हिंदू संगठनों में भारी रोष व्याप्त हो गया और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। फिलहाल, पुलिस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रयासरत है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
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